सत्यमेव जयते

ब्रेकिंग न्यूज़ :

उधम सिंह नगरविविध

डिग्री कालेज के नाम प्रस्तावित भूमि पर कब्जा दिलाने पहुंचे पुलिस टीम के साथ एसडीएम -कब्जादारों एवं किसानों ने किया विरोध, 10 दिन का समय मांगा, एसडीएम ने 20 दिन का दिया समय

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विनोद वार्ता संवाद-सत्रू.
संक्षिप्त
गदरपुर।
ग्राम खेमपुर के निकट डिग्री कालेज के लिए स्वीकृत जमीन पर कब्जेदारों से एसडीएम एवं तहसील प्रशासन पुलिस टीम के साथ डिग्री कालेज के प्रधानाचार्य को कब्जा दिलाने पहुंचे। सूचना पर कब्जेदार एवं किसान यूनियन के लोग पहंुच गये और उन्होंने विरोध करते हुए 10 दिन का समय मांगा और कहा कि मामला न्यायलय में विचारधीन है और हाईकोर्ट से स्टे लेकर प्रस्तुत किया जायेगा। इस पर एसडीएम ने 10 दिन के बजाय 20 दिन का समय दिया और कहा कि यदि स्टे प्रस्तुत नही किया गया तो विधिवत कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। 
विस्तृत
जानकारी के अनुसार ग्राम खेमपुर तहसील गदरपुर के अन्तर्गत खसरा नंबर 377 रक्बा 0.753हे. एवं खसरा नंबरू 299 रक्बा 0.054हे. कुल रक्बा 0.837 हे. जो कि पिछले 28 वर्ष से राज्य सरकार के नाम वर्ग 5 में दर्ज है।  नवीन डिग्री कालेज निर्माण हेतु राज्य सरकार द्वारा पिछले दो वर्ष से राजकीय महाविद्यालय के नाम दर्ज है। बुधवार को एसडीएम गौरव पांडे तहसील प्रशासन, डिग्री कालेज के प्रधानाचार्य एवं पुलिस टीम के साथ कब्जा दिलाने के लिए पहुंचे। प्रशासन के पहुंचने की सूचना पर कब्जेदार एवं भाकियू के कुछ लोग भी वहां पहुंच गये। उनके द्वारा कब्जा लेने का विरोध किया। इस दौरान एसडीएम द्वारा उन्हें समझाया गया कि यह भूमि पिछले दो वर्षो से राज्य सरकार द्वारा डिग्री कालेज के नाम कर दी गयी है। यहां पर नये डिग्री कालेज का निर्माण किया जाना है जो कि बच्चों के भविष्य जुड़ा मामला है। कब्जेदारों एवं किसानो ने अनुरोध किया कि मामला न्यायालय मे विचाराधीन है 10 दिन तक इस भूमि का स्टे लाकर प्रस्तुत कर दिया जायेगा। इस एसडीएम ने कहा 10 दिन के बजाय 20 दिन का समय दिया जाता है। तब तक इस भूमि किसी प्रकार की फसल आदि नहीं बोई जायेगी। इसके बाद यदि स्टे नहीे दिया गया तो विधिवत कार्यवाही की जायेगी। किसानों का कहना था कि सतपाल किसान इस भूमि पर कई 50 वर्षो से काबिज है और खेती कर रहा है। सतपाल बताया गया कि यह वर्ग 4 की भूमि थी वह इस पर  50 वर्षो से काबिज है। इसको प्रशासन द्वारा जबरन सरकाररी भूमि वर्ग 5 में दर्ज करवा दी गयी है। जबकि मेरे द्वारा भूमि का लगान व अपासी भी दी जा रही है और सिविल न्यायाल में मामला विचाराधीन है। इस मौके पर तहसीलदार मीना चन्द्रा, कानूनगो गरीब सिह राणा, पटवारी सतपाल, विजय कुमार, सुरजीत सिंह, पुलिस अधिकारियों मे सीओ अनंतराम आर्य, एसओ जसवीर सिंह चैहान, एसओ केलाखेड़ रावत, एसआई नरेन्द्र कुमार, एसआई गणेष भट्ट, एसआई कपित कम्बोज, विरोध करने वालो में सुरेश भामरी अशोक भामरी, सुखदेव मनी उत्तम चंद मैनी, बलराज सिंह सुखविंदर, दलजीत सिंह, कैलाश रानी, संता रानी राजरानी पूजा रानी विमला रानी सहित काफी संख्या में किसान मौजूद थे।

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खबरें

अनिरुद्ध काव्यधारा के तत्वावधान में अखिल भारतीय कवि संगठन का द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन -जनपद्र उत्तर प्रदेश से पहुंचे कवि श्री शोभित गुप्ता एवं कवित्री नयना कक्कड़ गुप्ता को किया गया सम्मानित

विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर।
अनिरुद्ध काव्यधारा के तत्वावधान में अखिल भारतीय कवि संगठन के द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन में देश के विभिन्न प्रदेशों एवं क्षेत्रों से पधारे कवियों के कवित्रियों ने अपनी रचनाओं से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष गुंजन सुखीजा, मंडल अध्यक्ष सुरेश खुराना, विशिष्ट अतिथि पूर्व पालिका अध्यक्ष गुलाम गौस एवं सुबोध कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से भारत माता, ओम एवं मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। अधिवेशन में रामपुर से पधारे युवा कवि शोभित गुप्ता एवं कवित्री नयना कक्कड़ गुप्ता को भारतीय कवि संगठन कार्यक्रम संयोजक श्री सुबोध कुमार शर्मा आदि द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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अनिरुद्ध काव्यधारा के तत्वावधान में अखिल भारतीय कवि संगठन का द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन -देश के विभिन्न स्थानों से पहुंचे कवियों ने अपनी रचनाओं से लोगों को मंत्र मुग्ध किया

विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर।
अनिरुद्ध काव्यधारा के तत्वावधान में अखिल भारतीय कवि संगठन के द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन में देश के विभिन्न प्रदेशों एवं क्षेत्रों से पधारे कवियों के कवित्रियों ने अपनी रचनाओं से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष गुंजन सुखीजा, मंडल अध्यक्ष सुरेश खुराना, विशिष्ट अतिथि पूर्व पालिका अध्यक्ष गुलाम गौस एवं सुबोध कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से भारत माता, ओम एवं मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। अधिवेशन में जालौन से पहुंचे रविंद्र शर्मा ने कहा कविता के सृजन का कवि को भी पता नहीं चलता है। उन्होंने हिंदी गजल को सर्वोत्तम कहा।  उन्होंने कला, साहित्य और संस्कृति को देश की सर्वोच्च धरोहर बताया। अधिवेशन की अध्यक्षता कर रहे मैनपुरी से पहुंचे बदन सिंह मस्ताना ने साहित्य के प्रति घटती रुचि पर चिंता जताते हुए कवियों से समर्पित होकर काव्य रचनाओं का सृजन करने पर जोर दिया। अधिवेशन को झांसी से पहुंचे अर्जुन सिंह चांद, विनोद राजयोगी, काशीपुर से प्रदोष  मिश्रा, शिकोहाबाद से प्रशांत उपाध्याय, रामपुर से पहुंचे शोभित गुप्ता, नयना कक्कड़ गुप्ता, गदरपुर से हरपाल सिंह हितकारी, बल्देव अरोरा आदि ने अपनी रचनाओ से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम आयोजक सुबोध कुमार शर्मा शेरकोटी ने आमंत्रित कवियों को स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। वहीं पत्रकारों को भी सम्मातिन किया गया। अधिवेशन में नवीन कार्यकारिणी के गठन पर चर्चा की गई। अधिवेशन का संचालन फिरोजाबाद के मुकेश मणिकांत ने किया। इस मौके पर डा. अंजनी कुमार, परमजीत सिंह, पंकज काण्डपाल, मनोज काण्डपाल, राकेश भुड्डी, सोमपाल प्रजापति, चेतना शर्मा, अनिता ठाकुर, पुष्पा जोशी प्रकाम्य, गीता मिश्रा आदि मौजूद थे।

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मुख्यमंत्री ने राज्य स्तर पर वनाग्नि, पेयजल संकट एवं चारधाम यात्रा को लेकर मुख्य सचिव तथा सभी जनपदों के उच्च अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल बैठक ली

रुद्रपुर (सू0वि0) । मा0 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्तर पर वनाग्नि, पेयजल संकट एवं चारधाम यात्रा को लेकर मुख्य सचिव तथा सभी जनपदों के उच्च अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल बैठक ली। उन्होंने वनाग्नि को लेकर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि सभी अधिकारी आपस में समन्वय बनाते हुये वनाग्नि को नियंत्रित करें। उन्होने कहा कि वनाग्नि का प्रभाव ना केवल पेड-पोधों पर अपितु जीव जंतुओं पर भी पड़ रहा है इस लिये जिस भी मशीनरी की आवश्यकता हो उसका उपयोग कर वनाग्नि को रोका जाये। उन्होने कहा कि फायर वाचर जो वनाग्नि की घटनाओ को काबू पाने के लिए लगे है वह स्वयं की सुरक्षा का भी ध्यान रखें। वनाग्नि की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए उन्होने मुख्य वन सरंक्षक, प्रमुख आपदा प्रबंधन व संबधित अधिकारियों को निर्देश दिये किये कि वे स्वंय जिम्मेदारी लेकर अपने अधीनस्थ अधिकारियोंध्कर्मचारियों, युवक मंगल एवं महिला दल, स्थानीय ग्रामीणों आदि के साथ समन्वय स्थापित करके एक हफ्ते में वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि  अन्यथा की दृष्टि में छोटे-बड़े स्तर पर जिम्मेदारी तय की जायेगी। मा0 मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान पेयजल संकट को लेकर भी समीक्षा की। समीक्षा  दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसे क्षेत्र जहां पर  पेयजल संकट अधिक है वहां पर पानी की वैकल्पिक व्यवस्था से  सुचारू किया जाए। उन्होंने कहा कि जल की लीकेज जो साधारणतया सभी क्षेत्रों में देखी जाती है उसका निवारण संबंधित विभाग के द्वारा जल्द से जल्द किया जाए साथ ही उन्होंने जल संरक्षण ,संभरण एवं जल संवर्द्धन तथा कैच द रेन कार्यक्रम जागरूकता अभियान चलाये जाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर के अंतर्गत नये पेयजल सा्रेतों का निर्माण तो किया है परंतु  ऐसे नदी, तालाब आदि जो सूखे पड़ चुके है उन्हें फिर से पुर्नजीवित किये जाने की  अधिक जरूरत है। उन्होंने कहा कि जल और बिजली एक-दूसरे के पूरक है। एक के बिना दूसरे का अस्तित्व ही नहीं है। इसलिए सूर्य घर योजना को अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए जिसकी शुरुआत सरकारी कार्यालय भवनों, सरकारी आवासों आदि से करें। उन्होंने कहा कि हर साल ही हमें ऐसी प्रस्थिति से गुजरना पड़ता है तो इसके लिए ऑटो सिस्टम प्रणाली को बनाए व अपनाएं जाने की आवश्यकता है। मा0 मुख्यमंत्री ने  चारधाम यात्रा की तैयारियों की बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले यात्रा मार्गों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों के सचिव यात्रा मार्गों का पुनः स्थलीय निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं समय पर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। चारधाम यात्रा में यातायात प्रबंधन और कानून व्यवस्था के स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिये। उन्होंने कहा  कि उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा  में शुरू के पंद्रह दिन काफी महत्वपूर्ण होते है जिसके दृष्टिगत उन्होंने वीआईपी आवागमन को कम करने के निर्देश दिये जिससे की देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को  आस्था के प्रमुख केन्द्र पर आने के लिए किसी प्रकार की कठनाई का सामना ना करना पड़ें। मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा मार्गों पर विद्युत, पेयजल और सड़कों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यात्रा मार्गों पर जगह-जगह बने शौचालयों को दुरस्त किया जाए एवं महिलाओं के लिए पृथक शौचालय की व्यवस्था की जाए। चारधाम यात्रा से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मचारी शालीनता एवं सहनशीलता का परिचय दें, यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता न हो। यात्रा ड्यूटी में तैनात सुरक्षाकर्मी अलर्ट मोड पर रहें।   मुख्य सचिव राधा रतुरी ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के दिशा-निर्देशनों पर पूर्ण ततर्परता एवं कर्मठता से कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज जो स्थिति है वह गत दिनों के सापेक्ष थोड़ी बेहतर है और साथ ही आवाश्सन दिया कि मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशन में एक सप्ताह के भीतर वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पा लिया जाएगा साथ ही पेयजल संकट का भी निदान शीध्र कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा को लेकार पूर्ण तैयारियॉं कर ली गई है जिनका पुन निरीक्षण कर दुबारा सुनिश्चित किया जाएगा की श्रद्धालुओं किसी भी प्रकार की सम्सयाओं का सामना ना करना पडें। इस दौरान जिलाधिकारी उदयराज सिंह, डीएफओ यू0सी0तिवारी, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के, नगर आयुक्त काशीपुर विवेक राय, जिला विकास अधिकारी अजय सिंह, सीएमओ डा0 मनोज शर्मा, ओसी गौरव पांडे, मुख्य कृषि अधिकारी ए0के0 वर्मा , जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमा शंकर नेगी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
 

गदरपुर तहसील को परगना बनाने की कवायद तेज -कई वर्षो से परगना बनाने की मांग की जा रही थी

गदरपुर (संवाद-सूत्र) । गदरपुर तहसील को परगना बनाये जाने की कवायद तेज हो गई है। मुख्य सचिव के निर्देश पर डीएम ने राजस्व परिषद को परगना संबंधी प्रस्ताव भेज दिया है। स्थानीय लोग काफी अर्से से परगना बनाने की मांग कर रहे हैं। यहां बता कि  गदरपुर तहसील की जिम्मेदारी बाजपुर के एसडीएम के पास है। इसके चलते लोगों को कई बार आवश्यक कार्य कराने के लिए बाजपुर जाना पड़ता था। लोगों की मांग को देखते हुए जिला प्रशासन ने गदरपुर तहसील को रुद्रपुर एसडीएम के अधीन कर दिया था, लेकिन रुद्रपुर एसडीएम भी गदरपुर में कम समय दे पाते थे। बीते साल 23 मई को कांग्रेस नेता राजेंद्रपाल सिंह की अगुवाई में बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन कर शासन डीएम ने राजस्व परिषद के आयुक्त और सचिव को भेजा प्रस्ताव से पूर्णकालिक एसडीएम की तैनाती के साथ ही परगना बनाने की मांग की थी। 18 अगस्त को गदरपुर में डिप्टी कलक्टर गौरव पांडेय की तैनाती की गई। राजेंद्रपाल ने बताया कि गदरपुर तहसील को परगना बनाने को लेक जनता लंबे समय से मांग कर रही है। वर्तमान में तैनात एसडीएम के पास डीपीआरओ, ओसी का भी चार्ज है। परगना बनाने के लिए कार्यवाही होना के लिए खुशी की बात है। इसके अतिरिक्त कई बार यहां की वार एसोसिएशन द्वारा भी मांग उठाई गयी थी। इधर डीएम उदयराज सिंह ने बताया कि गदरपुर तहसील को परवाना बनाने के लिए राजस्व परिषद के आयुक्त एवं सचिव को प्रस्ताव भेजा गया है। राजस्व परिषद से ही इस संबंध में आगे की कार्रवाई होगी।

अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करेंःडीएम -जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट अवैध खनन एवं परिवहन को रोकने हेतु जनपद के समस्त उपजिलाधिकारियों, पुलिस क्षेत्राधिकारियों उप निदेशक खनन व शासन द्वारा अधिकृत संस्थान के अधिकारियों के साथ बैठक की 

रूद्रपुर (सू0वि0)। जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागारा में अवैध खनन एवं परिवहन को रोकने हेतु जनपद के समस्त उपजिलाधिकारियों, पुलिस क्षेत्राधिकारियों उप निदेशक खनन व शासन द्वारा अधिकृत संस्थान कैलाश रिवर बेड मिनरल एलएलपी के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होने सख्त निर्देश दिये कि जनपद में किसी भी प्रकार के अवैध खनन एवं परिवहन न हो इसके लिये सभी सम्बन्धित अधिकारी अपने क्षेत्रों में कार्ययोजना बनाकर अवैध खनन परिवहन को रोकना सुनिश्चित करंे। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से निर्देशित दिये कि ऐसे वाहन जो अवैध खनन व बिना रॉयल्टी के संचालित किये जा रहे हैं या अस्पष्ट नम्बर प्लेट के चल रहे हैं, उन्हें सीज करते हुए डीएल, रजि0 सस्पेंड की कार्यवाही करते हुए संबंधितों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए खनन अधिनियम व अन्य नियमों के तहत चालान की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि वाहन रॉयल्टी से अधिक खनिज, उपखनिज एवं मिट्टी के  परिवहन में पकड़े जाते हैं उनके विरूद्ध कार्यवाही अमल में लाते हुए उक्त रॉयल्टी क्रेता एवं विक्रेता (स्टोन क्रेशर, स्क्रीनिंग प्लांट, मोबाइल स्टोन क्रेशर मोबाइल स्क्रीनिंग प्लांट, पल्वराइजर प्लांट, हॉटमिक्स प्लांट, रेडीमिक्स प्लांट, रिटेल भण्डारणकर्ता, पट्टाधारक एवं अनुज्ञा धारक ) के विरूद्ध भी प्राथमिकी दर्ज कराते हुए नियमानुसार कार्यवाही की जाए। उन्होने उपजिलाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों व उपनिदेशक खनन को  निर्देश दिये कि सरकार द्वारा अधिकृत संस्था कैलाश रिवर बेड मिनरल एलएलपी द्वारा अवैध खनन परिवहन को रोकने के लिये जा रहे चौकिंग कार्यवाही में पूर्ण रूप से सहयोग प्रदान किये जोने के निर्देश दिये। उन्होने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि तहसील स्तर पर खनन कारोबारियों के साथ बैठक आयोजित कर अवैध परिवहन पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने के संबंध में जागरूक किया जाये ताकि अवैध खनन एवं परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके जिससे कि राजस्व में वृद्धि लाई जा सकें। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिये गये कि अवैध खनन परिवहन के कारण कानून व्यवस्था बिगड़ने पर संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। किसी भी दशा में राजस्व की हानि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बैठक में उपस्थित कैलाश रिवर बेड मिनरल एलएलपी के प्राधिकारी को भी निर्देशित किया कि उनकी संस्था के सभी कर्मचारी चौकिंग के दौरान अपने आईडी कार्ड पहनेेंगे जिससे कि उनकी पहचान हो सकें। उन्होने कहा कि संस्था को अवैध खनन परिवहन को रोकने के लिये जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी उसके लिये जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा यथा सम्भव सहयोग किया जायेगा। उन्होंने उपनिदेशक खनन को निर्देश दिये कि वे जनपद की सभी क्रेशरों पर नियमित चौकिंग करें व अवैध खनन में उनकी संलिप्तता पाये जाने पर आवश्यक कार्यवाही करान सुनिश्चित करें। कलैक्शन कैलाश रिवर बेड मिनरल एलएलपी के पदाधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद क्षेत्रान्तर्गत वर्तमान में 22 चौक पोस्ट स्थापित किये जा चुके हैं जिसमें 300 से अधिक कर्मचारी 24ग7 नियमित रूप से उप खनिज लदे वाहनांे में रॉयल्टी चौकिंग हेतु तैनात किये गये हैं। उप निदेशक खनन ने बताया कि शासन के निर्देशों के क्रम में समस्त खनन पट्टा खनन अनुज्ञा धारक एवं परिवहन किये जा रहे कच्चे एवं पक्के उपखनिज की रॉयल्टी का कलैक्शन हेतु सरकार द्वारा अधिकृत संस्था कैलाश रिवर बेड मिनरल एलएलपी को अधिकृत किया गया है। बैठक में अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, एसपी चन्द्रशेखर घोड़के, मनोज कत्याल, अभय सिंह, ओ.सी. मनीष बिष्ट, उपनिदेशक खनन अमित गौरव, कैलाश रिवर बेड मिनरल एलएलपी के अधिशासी निदेशक सुरेश कुमार मेडिकोंडा सहित जनपद के समस्त उपजिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी उपस्थित थे।

सिटी माॅडल इंटर कालेज का हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट बोर्ड परीक्षा परिणाम अव्बल रहा -हाईस्कूल में रीफा नाज ने 91 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय टाॅप किया

गदरपुर। उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर नैनीताल द्वारा घोषित परीक्षाफल के अनुसार सिटी माॅडल इण्टर कालेज गदरपुर में हाईस्कूल परीक्षा में पंजीकृत 70 छात्र/छात्राओं में 69 परीक्षा में सम्मिलित हुए। इनमें 16 छात्र प्रथम श्रेणी में, 28 छात्र द्वितीय श्रेणी में 16 छात्र तृतीय श्रेणी में तथा 04 परीक्षार्थी ससम्मान उत्तीर्ण हुए। रीफा नाज ने 454 अंक अर्थात 91 प्रतिशत अंक प्राप्त कर कक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। इण्टरमीडिएट परीक्षा में पंजीकृत 65 परीक्षार्थियों में 61 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए । इनमें 28 छात्र प्रथम श्रेणी में, 16 छात्र द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। 2 परीक्षार्थी ससम्मान उत्तीर्ण हुए। मानविकी वर्ग में कु० सिमरन विज्ञान वर्ग में मनतशा तथा वाणिज्य वर्ग में पलक ने कक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। विद्यालय प्रबंध समिति, प्रधानाचार्य सतीश कुमार बत्रा, शिक्षक, शिक्षिकाओं, गणमान्य व्यक्तियों ने बोर्ड परीक्षा में सफल परीक्षार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल एवं यशस्वी जीवन की कामना की।
 

उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट 2024, 10वीं-12वीं के नतीजे जारी, हाईस्कूल में 89.14 प्रतिशत और इंटर में 82.63 प्रतिशत बच्चे हुए पास - पिथौरागढ़ की प्रियांशी रावत ने टॉप किया है। रावत ने 500 में से 500 अंक हासिल किए हैं और कुल 100.00 प्रतिशत अंक प्राप्त किए 

देहरादून (संवाद-सूत्र)।  यूबीएसई उत्तराखंड बोर्ड कक्षा 10 और 12 के नतीजे घोषित हो गया है। हाईस्कूल का परिणाम 89.14 फीसदी रहा है। इंटरमीडिएट में कुल 82.63 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा है। उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 10594 रही है और कुल 9.42 प्रतिशत स्कोर रहा। प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 31116 रही और कुल 27.68 प्रतिशत स्कोर रहा है। द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 44320 है और कुल 39.43 प्रतिशत स्कोर है। तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 14139 है। जिनका स्कोर 12.58 प्रतिशत है। प्रदेश की हाईस्कूल परीक्षा 2024 में जनपद बागेश्वर कुल 95.42 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर रहा है। पिथौरागढ़ की प्रियांशी रावत ने टॉप किया है। रावत ने 500 में से 500 अंक हासिल किए हैं और कुल 100.00 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। दूसरे नंबर पर रुद्रप्रयाग के शिवम मलेथा रहे हैं। जिन्होंने 500 में से 498 अंक हासिल किए हैं। जबकि तीसरे नंबर पर पौड़ी के आयुष ने टॉप किया है। जिन्होंने 500 में से 495 अंक हासिल किए हैं।  कुल 99.00 प्रतिशत स्कोर हासिल किया है। प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 37581 रही और कुल 40.84 प्रतिशत है। जबकि द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 27607 है और कुल 30.00 प्रतिशत है। तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 226 है और कुल 0.24 प्रतिशत है। वहीं दूसरी तरफ रुद्रप्रयाग के अंशुल नेगी ने 500 में से 485 अंक हासिल किए हैं। कुल प्रतिशल 97.00 फीसदी रहा है। अंशुल दूसरे नंबर पर हैं। जबकि देहरादून के हरीश चंद्र बिजल्वाण और उत्तरकाशी के आयुष अवस्थी तीसरे नंबर के टॉपर रहे। उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 9937 रही और कुल 10.79 प्रतिशत है। इण्टरमीडिएट में अल्मोड़ा के पीयूष खोलिया और नैनीताल की कंचन जोशी ने टॉप किया है। कंचन जोशी को इंटरमीडिएट परीक्षा में 500 में से 488 अंक हासिल हुए है। 97.60 प्रतिशत स्कोर रहा है। प्रदेश की श्रेष्ठता सूची में संयुक्त रूप से सर्वोच्च स्थान हासिल किया है। इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 का कुल परीक्षा परीणाम 82.63 फीसदी रहा है। इसमें 78.97ः छात्र और 85.96 प्रतिशत छात्राएं पास हुई हैं। इंटरमीडिएट में पीयूष ने 97.66 प्रतिशत अंक प्राप्त करके परीक्षा में टॉप किया है। इन्होंने 500 में से 488 अंक प्राप्त किए। अंशुल नेगी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। 500 में से 485 अंक प्राप्त करने के साथ ही 97 प्रतिशत अंक हासिल कर यह दूसरे पायदान पर रहे। हरीश चंद्र बिजलवान तीसरे पायदान पर रहे। उन्होंने 500 में से 480 अंक प्राप्त किए और 96 प्रतिशत पर रहे। इंटरमीडिएट में कुल 82.63 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा है। इसमें बालकों की उत्तीर्ण 78.97 और बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 85.96 प्रतिशत रहा है। वहीं, इंटरमीडिएट की परीक्षा में अल्मोड़ा के पीयूष खोलिया ने पहले स्थान पर बाजी मारी। वहीं, दूसरे स्थान पर रुद्रप्रयाग के अंशुल नेगी ने दूसरा व ऋषिकेश के हरीश चंद्र बिजल्वाण ने तीसरा स्थान पाया।