किसानों ने जेई के खिलाफ किया प्रदर्शन -50 वर्षों से किसान भूमि पर है काबिज -अगर जबरदस्ती की तो भारतीय किसान यूनियन का अराजनीतिक दल के कार्यकर्ता करेंगे कड़ा विरोध
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। ग्राम मुकंदपुर में वर्षों से भूमि पर काबिज किसान की भूमि पर जल निगम द्वारा जल मिशन की टंकी लगाये जाने से भड़के किसानों ने प्रदर्शन करते हुए पेयजल योजना के जेई को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया। किसानों का कहना था कि यह भूमि वर्ग 5 में दर्ज है तथा 50 वर्षों से वह भूमि पर फसल बो रहे हैं। मंगलवार को पेयजल निगम के जेई प्रभात जोशी बोरवेल मशीन के साथ ग्राम मुकंदपुर पहुंचे। जहां पर जल मिशन की टंकी का निर्माण किया जाना था। जैसे ही इसकी सूचना किसान निर्मल सिंह को मिली तो उसने इसकी सूचना भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक दल के जिला अध्यक्ष विक्रम गोराया को दी। विक्रम गोराया के नेतृत्व में दर्जनों किसान मौके पर पहुंचे और उनकी जेई प्रभात जोशी से काफी नोकझोंक हुई। जिला अध्यक्ष विक्रम का कहना था कि निर्मल सिंह के दादा के समय की जमीन उनके पास है और वह उस पर खेती भी कर रहे हैं। इस भूमि पर बाउंड्री वाल और कमरा भी बना हुआ है। वह किसी भी हालत में यहां पर बोरवेल नहीं होने देंगे। उनका कहना था। कि अगर सरकार के द्वारा जबरदस्ती की गई तो यहीं पर भारतीय किसान यूनियन राजनीतिक दल से जुड़े कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करेंगे। मामले को बढ़ता देख जेई प्रभात जोशी ने कार्य को रुकवा दिया। उनका कहना था कि प्रशासन द्वारा उनसे कहा गया था कि ग्राम मुकंदपुर में बंजर जमीन है। वहां पर जाकर बोरवेल करें। उन्होंने कहा इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को देंगे। धरना प्रदर्शन करने वालों में भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक दल के जिला अध्यक्ष विक्रम गोराया, डीबीसी के पूर्व अध्यक्ष सुभाष बहेड, निर्मल सिंह, विक्रम सिंह, सुखविंदर सिंह, भगवान सिंह, बसंत सिंह, देवेंद्र सिंह, अमनदीप सिंह, सतनाम सिंह, धर्मेंद्र सिंह, जोगा सिंह, जयदीप सिंह सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।