मौर्या पर मुकदमें चलाने पर हाई कोर्ट का आभार -स्वामी प्रसाद मौर्या ने रामचरित मानस की प्रतियां जलायी थी -इस निर्णय से उदय निधि स्टालिन पर भी शिकंजा कसेगा
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। सनातन मौर्या समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या माननीय हाइकोर्ट द्वारा मुकदमा चलाने की अनुमति देने पर एकम सनातन भारत दल के प्रदेश उपाध्यक्ष ने पत्रकारों से वार्ता कर हाइकोर्ट का आभार व्यक्त किया है। पत्रकार वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए डा. महाजन ने कहाकुछ माह पूर्व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या, सपा विधायक आरके वर्मा व अन्य ने हिन्दुओं के पवित्र ग्रंथ रामचरित मानस की प्रतियां सरेआम जलायी थी तथा रामचरित मानास पर अभद्र टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी पर डॉ. आर के महाजन व पार्टी के अन्य कार्यकताओं ने में मौर्या के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए घटना व विरोध प्रदर्शन किया था। उस समय एक अधिवक्ता ने स्वामी प्रसाद मौर्या पर प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) की अदालतमें एक मुकदमा चलाने हेतु प्रार्थना पत्र दिया था। स्थानीय अदालत ने मौर्या के विरुद्ध मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। न्यायालय के निर्णय के विरुद्ध स्वामी प्रसाद मौर्या उत्तर प्रदेश की हाइकोर्ट में उस निर्णय को निरस्त करने की याचिका दायर की थ कि उनके खिलाफ मुकदमा न चलाया जाए। कल ही हाईकोर्ट के विद्वान न्यायाधीश ने मौर्य की याचिका को खारिज कर दिया तथा मौर्या व अन्य के विरुद्ध मुकदमा मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी। विद्धान न्यायाधीश ने कहाकि मौर्या व अन्य के विरुद्ध मुकदमा चलाने के लिए प्राप्त साध्य है तथा इस लिए उनको कोई राहत नहीं दी जा सकती तथा कहा कि जन प्रतिनिधियों या सामाजिक सौहार्द खराब करने वाले कृत्यों से दूर रहना चाहिए । याचिका संतोष कुमार मिश्रा द्वारा दाखिल की गयी थी। डा. महाजन ने हाइकोर्ट के इस निर्णय का स्वागत किया है तथा यह भी कहा कि इस निर्णय के दूरगामी परिणाम होने तथा अब सनातन को मिटाने की बात कहने वाले उदयनिधि स्टालिन पर भी शिकंजा कसेगा। पत्रकार वार्ता में डा आरके महाजन, हरचन सिंह, गोपाल कश्यप, मुकेश फौगाट आदि मौजूद रहे।