क्वीन ब्यूटी पार्लर की ओर से तीज त्यौहार पर महिलाओं को निशुल्क मेहंदी लगाई गई
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। श्री सनातन धर्म मंदिर बुध बाजार में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी क्वीन ब्यूटी पार्लर की प्रोपराइटर मीनू पाल की ओर से मंदिर में आ रही श्रद्धालु महिलाओं को तीज त्यौहार पर निशुल्क मेहंदी लगाई गई। इस तीज त्यौहार पर मीनू पाल की ओर से मंदिर में कथा सुनने आ रही दर्जनों महिलाओं ने निशुल्क मेहंदी लगवाई। वही मेंहदी लगवाने आई महिला आरती ने महिलाओं के प्रति ऐसी जागरूकता पर मीनू पाल की जमकर तारीफ भी की। महिला पूनम ने कहा कि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में अपना कीमती समय निकालकर मीनू पाल ने जो मंदिर में तीज पर निशुल्क मेहंदी लगाने का शिविर लगाया है। इन्होंने अन्य महिलाओं को भी जागरुक किया है। इस दौरान मीनू पाल ने बताया कि मां पार्वती के शिव से पुनर्मिलन की स्मृति में यह त्योहार मनाया जाता है। शास्त्रों में वर्णन है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया,उससे प्रसन्न होकर शिव ने श्रावण शुक्ल तीज के दिन ही मां पार्वती को अपनी पत्नी रूप में स्वीकार किया। तभी से अखंड सौभाग्य का प्रतीक यह दिन भारतीय परंपरा में पति-पत्नी के प्रेम को और मजबूत बनाने तथा आपस में श्रद्धा और विश्वास कायम रखने का पर्व बन गया। इसके अलावा यह पर्व पति-पत्नी को एक दूसरे के लिए त्याग करने का संदेश भी देता है। इस दिन कुंवारी कन्याएं व्रत रखकर अपने लिए शिव जैसे वर की कामना करती हैं। वहीं विवाहित महिलाएं अपने सुहाग को भगवान शिव तथा माता पार्वती से अक्षुण बनाएं रखने की कामना करती हैं।
सुहागिन क्यों लगाती है मेहंदी
गदरपुर क्वीन ब्यूटी पार्लर की प्रॉपरलाइजर मीनू पाल ने बताया कि अपने हाथों में मेहंदी रचाकर माता पार्वती ने भोलेनाथ को मनाने के लिए कड़ी तपस्या की। जब भगवान शिव ने माता पार्वती के हथेली पर मेहंदी का लाल रंग देख तो वह बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने माता के हाथों में रची मेहंदी बहुत प्रिय थी। भोलेनाथ ने माता से विवाह करना स्वीकार कर लिया और पार्वती जी की मनोकामना भी पूरी हो गई।