जिलाधिकारी के निर्देश पर एडीओ पंचायत के खिलाफ जांच टीम पहुंची ब्लॉक कार्यालय -ग्राम प्रधान संगठन के दोनों संगठन आमने-सामने, दूसरे संगठन ने प्रदर्शन कर जांच का किया विरोध
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
संक्षिप्त
गदरपुर। ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष द्वारा विकास खंड गदरपुर में कार्यरत एडीओ पंचायत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा गया था। शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा मामले की गंभीरता को लेते हुए जांच अधिकारी को ब्लाक में भेजा तो इसकी सूचना पर कुछ ग्राम प्रधान विकास खंड कार्यालय पहंच गये और उन्होंने प्रधान संघ अध्यक्ष द्वारा लगाये गये आरोपों को निराधार एवं भेजे गये पत्र पर कुछ ग्राम प्रधानों के किये गये हस्ताक्षरों को फर्जी बताया। इससे अब दोनों संगठनों का आपसी विरोध खुलकर सामने आ गया है।
विस्तृत
ग्राम प्रधान संघ अध्यक्षा कंवलजीत कौर के नेतृत्व में ग्राम प्रधानों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विकास खंड कार्यालय में कार्यरत एडीओ पंचायत राजपाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उनका स्थानान्तरण किये जाने की मांग की थी। उन्होंने भेजे गए पत्र में कहा था की एडीओ पंचायत राजपाल सिंह चैहान विकास खंड में सात वर्षो से कार्यरत है। उनके द्वारा ग्राम प्रधानों का उत्पीड़न किया जा रहा है । पत्र में कहा गया था इस संबंध में 18 मई 2023 को भी इनकी शिकायत मुख्य विकास अधिकारी एंव जिला पंचायत अधिकारी को की गयी थी। लेकिन इसके बावजूद भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीें की गयी। शिकायत के आधार पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी द्वारा शुक्रवार को जिला पशुचिकित्साधिकारी एसबी पांडेय को ब्लाक कार्यालय में जांच के लिए भेजा गया। जब जांच अधिकारी ब्लाक पहंचे तो इसकी सूचना दूसरे ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष गुरविन्दर सिंह को मिली तो उनके नेतृत्व में एक दर्जन ग्राम प्रधान ब्लाक पहुंच गये और उन्होंने जांच अधिकारी को एडीओ पंचायत पर लगाये गये आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि शिकायत पर जो ग्राम प्रधानों के हस्ताक्षर किये गये है वह भी फर्जी है। इस संबंध में जांच अधिकारी एस बी पांडे का कहना था कि जिन ग्राम प्रधानों द्वारा शिकायत की गई थी उनके बयान दर्ज कर लिए गए हैं उन्होंने कहा जांच जारी है जांच रिपोर्ट पूरी होने के बाद मुख्य विकास अधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। यहां बता दें कि गदरपुर विकास खंड में पहले से ही ग्राम प्रधान संघ के दो संगठन चल रहे हैं। एक संगठन भाजा से समर्थित है एक कांग्रेस से। इस जांच को लेकर इनका विरोध खुलकर समाने आ गया है। विरोध करने वाले ग्राम ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष गुरविंदर सिंह, शराफत अली मंसूरी, मनोज देवराडी, संजीदा बी, रजनी सैनी, निर्मला रानी, कविता रानी, निशा कंबोज, सुनीता आर्य, तरुन्नाम, मनजीत कौर विमला देवी, फुरकान अली शामिल थे।