पैदल यात्रियों की सुरक्षा सम्मान व अधिकारों के लिए निकाली गयी जन जागरुकता रैली -11 जनवरी को राष्ट्रीय पदयात्री दिवस घोषित करने की मांग उठाई, कई संगठनों ने किया समर्थन
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। जन संसाधन केन्द्र कार्यक्रम के तहत सडक पर चलने वाले पैदल यात्रियों की सुरक्षा सम्मान व अधिकारों के लिए जन जागरूकता अभियान के तहत नगर में रैली निकाल मानव श्रृंखला बनायी गयी। इस दौरान 11 जनवरी को राष्ट्रीय पदयात्री दिवस घोषित किये जाने की मांग की गयी। नगर के तमाम सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्र, अध्यापकों, व्यापारी सभी हजारी लाल पैट्रोल पंप पर एकत्र हुए जहाँ से जुलुस की शक्ल मे सकैनिया मोड तक गये। प्रदर्शनकारियों ने पैदल यात्रियों व सड़क सुरक्षा के बावत फ्लैसी लिए हुए थे। बाद में थाने के सामने सभी ने 11 जनवरी को राष्ट्रीय पदयात्री दिवस घोषित करने की मांग को लेकर मानव श्रृंखला बनायी। इस दौरान जन संसाधन केन्द्र की शालिनी सिंह नग कहा कि सड़क पर सुरक्षित चलने योग्य भारत बनाने के लिए 11 जनवरी को राष्ट्रीय पदयात्री दिवस घोषित करने की मांग को लेकर देश व्यापी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सड़कें पैदल व साईकिल पर चलने वाले के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। वर्ष 2019 में सड़क हादसों में देशभर में 26000 से अधिक पैदल यात्री अकाल मौत को प्राप्त हुए थे। लोगों की जान जन जागरण अभियान फैलाकर ही बचायी जा सकती। व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक बेहड ने कहा कि गदरपुर नगर में आये दिन सड़क दुर्घटनायें होती है। सडक पर वाहनों का दबाव बहुत ज्यादा है और पैदल चलने वालों के लिए कोई सुनिश्चित स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि पैदल यात्रियों का सम्मान होना ही चाहिए तभी हम एक बेहतर समाज बन सकते हैं। व्यापार मंडल गदरपुर 11 जनवरी को राष्ट्रीय पदयात्री दिवस घोषित करने की मुहिम में शामिल है। तराई किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सलविन्दर सिहं कलसी ने कहा कि पैदल यात्री का सड़क पर पहला अधिकार है क्योंकि वह सबसे कम स्थान घेरता है और प्रदूषण बिल्कुल भी नही करता है। व्यापारियों को चाहिए कि वह नगर में फुटपाथ को न घेरे और अपनी दुकान के सामने उपभोक्ताओं के आवागमन के लिए पर्याप्त स्थान छोडे। ऑगनबाडी कार्यकर्ता संगठन की गीता पपोला ने कहा कि सड़क पर पैदल चलना हर नागरिका मौलिक अधिकार है। आज पैदल चलने की संस्कृति खत्म हो रही है। लोग छोटे-मोटे कामों के लिए भी गाडी का इस्तेमाल करते हैं यह आने वाले समय में मानव के लिए घातक है।उन्हौने कहा कि पैदल यात्रियों के अधिकार हैं, उन्हे सम्मान और सुरक्षा मिलनी ही चाहिए। उन्हौने कहा कि सड़क पर सबसे ज्यादा पैदल महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग चलते हैं। सड़क पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षित होनी ही चाहिए। इस मौके तराई किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सलविन्दर सिंह कलसी, हरीश शर्मा, विक्रम सिंह गौराया, अतीत मंडल, मीरा देवी, चन्द्रिका फोगाट, रवि कुमार सिंह, करनैल सिंह गूम्बर, इन्द्र पाल सिंह संधू, गुलविन्दर सिंह, संदीप चावला, अनुपमा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।