सरेआम गुंडागर्दी कर जानलेवा हमला करने वाले पत्रकार को बचा रही हरिद्वार पुलिस -हरिद्वार कोतवाली पुलिस नहीं कर रही पीड़ित का मुकदमा दर्ज
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फोटो विवरण- कोतवाली हरिद्वार में न्याय की गुहार लगाता पीड़ित घायल दुकानदार।
राजेश पसरीचा
हरिद्वार। उत्तराखण्ड सरकार जहां कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में लगी है वही प्रदेश में कानून के रखवाले ही अपराधियों पर मेहरबान हो रहे हैं। जिससे आज उत्तराखण्ड में हजारों निर्दोष लोग पुलिस द्वारा गलत तरीके कार्यवाही करने पर जेलों में बंद हैं और सच्चाई यह है कि बड़े बड़े संगीन अपराध करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं। जबकि उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार जो कि एक ईमानदार एवं तेजतर्रार पुलिस ऑफिसर माने जाते हैं लेकिन कुछ पुलिस अधिकारियों द्वारा अपराधियों पर मेहरबानी की जा रही है और सीधे साधे लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर प्रताड़ित किया जा रहा है ऐसा ही एक मामला हरिद्वार का सामने आया है। जिसमें एक समाचार पत्र के पत्रकार द्वारा दिनांक 03.09.2023 को दिनदहाड़े सरेआम एक दुकानदार पर हमला कर दिया जिसका वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा गया है कि हरिद्वार के एक अखबार के एक पत्रकार द्वारा रेलवे स्टेशन के सामने चित्रा टाकीज वाली गली में एक दुकानदार पर अचानक से हमला कर दिया जिससे दुकानदार के सर में चोट लगी है और कई टांके लगे हैं। उसके बाद पीड़ित द्वारा हरिद्वार कोतवाली पुलिस में उक्त पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने हेतु प्रार्थना पत्र दिया गया। लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोतवाली नगर हरिद्वार द्वारा पीड़ित का मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा। आखिर हरिद्वार कोतवाली पुलिस द्वारा ऐसे बड़े अपराधियों पर मेहरबान क्यों हो रही है।यदि कानून ही पीडितों न्याय दिलाने के बजाए अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रहा है तो कानून व्यवस्था बेहतर किस तरह से बन पाएगी। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को ऐसे पुलिस अधिकारियों की जांच कर कार्यवाही करनी चाहिए जिससे सरेआम पीडितों को न्याय मिल सके और ऐसे अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई करनी चाहिए जिससे राज्य में कानून व्यवस्था बेहतर बनी रहे।