बड़ी खबर-भ्रष्टाचार से तंग आकर न्याय न मिलने पर पीआरडी जवान ने आत्महत्या को मजबूर होने की दी धमकी -युवा कल्याण अधिकारी, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी बाजपुर एवं गदरपुर पूर्व कमांडर पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
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विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। जहां एक और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा निर्देश पर प्रदेश की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चल रही है और भ्रष्ट अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। लेकिन इसका कितना असर हो रहा है भ्रष्टाचार से तंग आकर और न्याय न मिलने पर एक पीआरडी जवान ने आत्महत्या करने को मजबूर होने की धमकी दे डाली है। जिसका जिला कार्यालय से एक वीडियो भी वायरल हुआ है जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ।
विस्तृत
गदरपुर ब्लाक कार्यालय के पीछे निवासी पीआरडी जवान तरुण कुमार शर्मा ने 14 सितम्बर को जिलाधिकारी को एक पत्र रिसीव करवाया है। जिसमें कहा कि उनके द्वारा 1 सितम्बर को जिलाधिकारी उधमसिह नगर से न्याय अथवा इच्छा मृत्यु की मांग की गयी तथा 2 सितम्बर को मय साक्ष्य के उपजिलाधिकारी कैम्प कार्यालय को भ्रष्टाचार से त्रस्त होकर आरोप लगाया गया कि जिला युवा कल्याण अधिकारी मोहन सिंह नग्नयाल, क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी बाजपुर/गदरपुर इमरान खान एवं पूर्व ब्लाक कमांडर बाजपुर ज्ञानचन्द के खिलाफ एक पत्र दिया गया था। जबकि 3 सितम्बर को तहसील दिवस में भी दिया गया था। 12 सितम्बर को 1064 के पोटल पर भी भ्रष्टाचार से मुक्त करने की गुहार लगायी गयी थी। जिसमें कहा गया था कि उक्त क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी बाजपुर/गदरपुर इमरान खान के द्वारा वेतन निकालने के नाम पर जवान तरुण शर्मा से प्रशिक्षण संबंधी प्रमाण पत्र मांगा गया। जब पूर्व में मेरे द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर अभियान चलाया गया तो उक्त पूर्व ब्लाक कमांडर पीआरडी के द्वारा मुझे झूठे मामले में फंसा गया जिसकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। जिसके पीड़ित जवान के पास पूर्ण रुप से वीडियो साक्ष्य भी है। इतना ही नहीं मामले में अधिकारी भी अपनी चुप्पी सांधे बैठे है अब उक्त लोग मुझसे समझौता करने का दबाव बना रहे है। उसने कहा कि मुझे न्याय की गुहार लगाते हुए कई माह हो गये लेकिन न्याय नहीं मिल पा रहा है इस लिए मुझे आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। तरुण कुमार ने बताया कि भ्रष्टाचार एवं उक्त अधिकारियों के खिलाफ मेरे छोटे भाई द्वारा भी अवाज उठाई गयी थी न्याय न मिलने व सुनवाई न होने पर उसने भी 2019 में भ्रष्टाचार से परेशान होकर आत्म हत्या कर ली थी। इस सम्बंध में तरुण कुमार ने राष्ट्रपति भारत सरकार, प्रधानमंत्री भारत सरकार सहित कई उच्चाधिकारियों को भी पत्र के माध्यम से संदेश भेजा है। अब देखना है कि तरुण कुमार को न्याय मिल पायेगा या वह भी अपने भाई की तरह आत्महत्या करने को मजबूर हो जायेगा।
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