एनएचआई अधिकारियों ने पुलिस बल से गूलभोज रोड पर रुके अन्डपास निर्माण शुरु करवाया - कई वर्षों से विवाद के चलते बाइपास का निर्माण कार्य बाधित हो रहा था -किसान ने अभी मुआवजा न मिलने का आरोप लगाया
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विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। गूलरभोज रोड पर निकलने वाले बाईपास के दौरान रोड पर अन्डर पास बनाने को लेकर विवाद चल रहा था जिसके कारण कार्य रुका हुआ था। जिलाधिकारी के निर्देश पर एनएचआई के अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ अन्डर पास निर्माण का कार्य शुरु करवाया। इस दौरान विरोध करने वाले किसान से काफी नोकझोक भी हुई लेकिन पुलिस फोर्स के कारण कार्य नहीं रुक सका।
यहां बता दें कि बाईपास निर्माण के दौरान गूलरभोज रोड पर किसान राजेन्द्र शास्त्री द्वारा विरोध किया जा रहा था कि उन्हें करीब 13 लाख रुपये जमीन का मुआवजा नहीं मिला पाया है वहीं इस स्थान पर अन्डर पास के स्थान पर पूर्व में चैराहया मंजूद है। जो कि प्लाट नंबर 86-87 पर है। इसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है। वहीं इस सम्बंध में अक्षत विश्नोई उप प्रबंधक एनएचआई का कहना था कि पूर्व में यहां पर चैराहया मंजूर था बाद में इस बात को मद्देनजर रखते हुए कि इस रोड पर टेªफिक अधिक है इस लिए यहां से अंडरपास स्वीकृत किया गया है। इसके विरोध के चलते जिलाधिकारी के निर्देश पर बुधवार को पुलिस के सहयोग से कार्य शुरु किया गया है। अन्डपास निर्माण के दौरान विरोध करने पहुंचे राजेन्द्र शास्त्री से कुछ नौकझोक भी हुई लेकिन पुलिस प्रशासन ने समझाबुझाकर शांत किया। इस मौके पर थानाध्यक्ष सतीश चन्द्र कापड़ी, केलखेड़ा थाना प्रभारी भुवन चन्द जोशी, तहसीलदार देवन्द्र सिंह बिष्ट सहित गुफिया विभाग के कर्मचारी मौजूद थे। वहीं इस सम्बंध में विरोध कर रहे किसान राजेेन्द्र शास्त्री ने बताया कि उनका जमीन का करीब 13 लाख रुपये मुआवजा बकाया है तथा पहले यहां के लोगों की सुविधा के लिए कैबिनेट मंत्री अरविन्द पांडेय द्वारा चैराहा स्वीकृत करवाया गया था। उनका कहना था कि बकाये मुआवजे को लेकर हाईकोर्ट में कार्यवाही चल रही है जिसकी सुनवाई अगले माह की 12 तारीख है। उन्होंने बताया कि संख्या 86 एवं 87 में पुल का निर्माण प्रस्तावित नही है बल्कि सर्वे संख्या64, 65 एवं 73 में मवेशी अन्डरपास प्रस्तावित है। जो कि परियोजना निदेशक एनएचएचआई अधिकारी द्वारा जारी पत्र में भी प्रस्तावित की गयी है। इसके बावजूद भी न्यायालय में झूठा शपथ पत्र देकर कार्य किया जा रहा है। शास्त्री ने कहा कि इनके खिलाफ न्यायालय में शरण ली जायेगी।