मरण को सुधारने के लिए भागवत शास्त्र है जो जीवन को सुधारता हैः पं विजय शास्त्री
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। बुध बाजार स्थित श्री सनातन धर्म मन्दिर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी लगभग एक माह तक चलने वाली श्री मदभागवत कंथा महोत्सव कथा के आठवें दिन पंडित विजय कुमार शास्त्री जी द्वारा पूजा अर्चना एवं मंत्रोचार के साथ व्यास गद्दी से श्रीमद् भागवत कथा को परिसर में आई हुई धर्म प्रेमी जनता को अनुश्रवण कराया। कथा वाचक पंडित विजय कुमार शास्त्री जी ने कहा की भागवत की कथा सुनकर परीक्षित कृतार्थ हुए, मरण को सुधारने के लिए भागवत शास्त्र है जो जीवन को सुधारता है, मरण सुधारना है तो प्रत्येक क्षण को सुधारो, रोज सोचो विचारो और मन को बार बार समझाओ कि ईश्वर के बिना मेरा कोई नहीं है, इस शरीर को भी मुझे एक दिन छोड़ना पड़ेगा, अतः यह भी मेरा नहीं है,जब शरीर ही मेरा नहीं है तो मेरा है ही कौन। कथा समापन के उपरान्त प्रसाद की सेवा समाजसेवी विजय भुड्डी, जगदीश भुड्डी, किशन भुड्डी एवं डॉ ऋषि गुप्ता के परिवारों द्वारा दी गयी। इस मोके पर कमेटी अध्यक्ष वेदराज बजाज, कोषाध्यक्ष लेखराज भुड्डी, महामंत्री राजकुमार सिंधी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष लेखराज नागपाल, कृष्ण लाल बत्रा, अजय खेड़ा, सुरेन्द्र बजाज, महिला अध्यक्ष ज्योति छाबड़ा, योजना शर्मा, बीना शर्मा, सुनीता बजाज, राधा बजाज सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।