बुक्सा जनजाति कल्याण समिति का एक शिष्ट मंडल महामहिम राष्ट्रपति से दिल्ली में मिला -शिष्ट मंडल द्वारा आदि बुक्सा जनजाति की ज्वलंत समस्याओं से अवगत करवाते हुए ज्ञापन दिया
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर/गूलरभोज। उत्तराखण्ड की तराई के आदिवासी बुक्सा जनजातियों की ज्वलन्त समस्याओं के निराकरण के लिए बुक्सा जनजाति कल्याण समिति का शिष्ट मंडल माननीय राष्ट्रपति से दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में भेंट की।
महामहिम राष्ट्रपति से मिलने के बाद बुक्सा जनजाति कल्याण समिति के अध्यक्ष बाबू सिंह तोमर ने बताया कि मानतीय राष्ट्रपति के समक्ष बुक्सा जनजाति की दयनीय दशा को वर्णित करते हुए कल्यार्ण संचालित योजना के भ्रष्टाचार सहित क्रियान्वयन, अत्याचार की दशा में केन्द्रीय एजेन्सी द्वारा निष्पक्ष जाँच, युवाओं हेतु अधिकतम छूट न्यनूतम ब्याज पर एवं आसान किरतों पर ऋण की वसूली, स्वयं रोजगार परक ऋण की सुविधा, बजपुर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के निर्माण सम्बंधित गतिरोध को दूर करना, राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय गूलरभोज एवं बालक विद्यालय गदरपुर का उच्चीकरण का कक्षा 12 तक कक्षाओं का प्रारम्भ, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु कोचिंग सेन्टर की स्थापना, वन अधिनियम के अन्तर्गत प्राप्त अधिकारों का क्रियान्वयन,, बुक्सा जनजाति सदस्य की दुर्घटना की दशा में उपचार हेतु आकस्मिक दुर्घटना एवं चिकित्सा कोष को प्रारम्भ, हरिपुरा जलाशय के निर्माण में अध्यारत भूमि के बदले बुक्सा जनजाति कृषकों को समान उपयोगिता वाली भूमि को दिया जाना, संस्कृति के संरक्षण के लिये शासन स्तर से संस्थाओं को सहयोग प्रदान किया जाना, समाज की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को गैर जनजातियों के आधिपत्य मुक्त कर समाज को सौंपा जाना, उत्तराखण्ड जनजाति आयोग में 2 सदस्यों का मनोयन व जनजाति सलाहकार परिषद में तीन सदस्यों का मनोनयन इत्यादि विषयों को रखा गया। शिष्ट मंडल में सोमल सिंह, गोविन्द सिंह, मुन्ना सिंह, करम सिंह, संजय सिंह इत्यादि थे।