उत्तराखंड नीरज फॉरेस्ट रिजॉर्ट के संचालक एवं प्रबन्ध निदेशक की दो हफ्तों में भी नहीं हो सकी गिरफ्तारी -अभी तक जांच करने में ही जुटी है पौड़ी पुलिस, डा. के यहां दबिश दी गयी थी फरार बताये जा रहे है
राजेश पसरीचा
हरिद्वार। देवभूमि उत्तराखंड में पिछले काफी समय से अपराध बड़ रहे हैं। राज्य में आए दिन हत्या, चोरी, बलात्कार ,मारपीट,लूट जैसी घटनाएं आम बात हो गई है। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने को लेकर उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को निर्देशित किया जा रहा है। जिसमें राज्य के ईमानदार एवं तेजतर्रार पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा प्रदेश के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उसके बावजूद आए दिन बढ़ते अपराधों ने पुलिस के लिए भी चुनौती देने का काम कर दिया है। वहीं पिछले दिनों तीर्थ नगरी ऋषिकेश लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र में स्थित नीरज फॉरेस्ट रिजॉर्ट में अवैध कसीनों का मामला सामने आया था। जिस पर पौड़ी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए रात्रि में ही पुलिस टीम द्वारा रिजॉर्ट में छापा मारा गया था। जिसमें मौके पर पांच महिलाओं सहित करीब तीन दर्जन लोगों को जुआ खेलते हुए और शराब पीते हुए हिरासत में ले लिया था। वहीं पुलिस को मौके से पांच लाख रुपए नगद एवं लग्जरी गाड़ियां व ताश की गड्डियां मोबाइल फोन एवं कई शराब की बोतलें बरामद की गई। पौड़ी पुलिस द्वारा पकड़े गए सभी आरोपीयों के विरूद्ध मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई थी। वहीं रिजॉर्ट के संचालक आर के गुप्ता एवं प्रबन्ध निदेशक साहिल ग्रोवर को भी नामजद किया गया था। लेकिन दो हफ्ते बाद तक भी अभी तक इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। हालांकि पिछले दिनों पुलिस द्वारा रिजॉर्ट के संचालक डा. आर के गुप्ता के ऋषिकेष स्थित नीरज मिर्गी हॉस्पिटल में दबिश दी गई थी लेकिन दोनों ही आरोपी मौके पर नहीं मिले। जिससे पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा। फिलहाल इस मामले की जांच कर रहे प्रदीप कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और अभी तक रिजॉर्ट के संचालक आर के गुप्ता एवं प्रबन्ध निदेशक साहिल ग्रोवर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। शहर में चर्चा है कि जब पौड़ी पुलिस द्वारा अन्य आरोपीयों को गिरफ्तार कर कार्यवाही की गई है तो इन दोनों को गिरफ्तार करने में इतना समय क्यों लग रहा है अब देखना यह होगा कि पौड़ी पुलिस इन दोनों आरोपियों पर कब तक और क्या कार्यवाही करेगी।