नगरपालिका परिषद बोर्ड की बैठक शांतिपूर्वक सम्पंन, सर्व सम्मति से करीब एक दर्जन प्रस्ताव पारित किये गये -पालिकाध्यक्ष को एक लाख रुपये तक का भुगतान करने वित्तीय अधिकार सर्वसम्मति पारित किया गया
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। बुधवार को नगरपालिका बोर्ड की बैठक पालिकाध्यक्ष गुलाम गौस की अध्यक्षता में सौहार्दपूर्ण वातारण में तहसीलदार नीतू डागर, नायब तहसीलदार देवेन्द्र बिष्ट एवं पुलिस की देखरेख में शांतिपूर्वक सम्पंन हुई। बैठक में सभासदों द्वारा करीब एक दर्जन अपने-अपने प्रस्ताव दिये गये। पालिका बोर्ड की बैठक प्रारम्भ होने से पूर्व अधिशासी अधिकारी जगदीश चन्द्र द्वारा दिनांक 29-04-2023 की हुई बैठक की कार्यवाही को पढ़कर सुनाई गयी जिस पर सभासद ऋषभ काम्बोज को छोड़कर शेष सभासदों द्वारा दोनों सफाई ठेके को निरस्त करने का पूर्ण बहुमत से प्रस्ताव पारित किया गया। इसके उपरान्त पालिका के अधिशासी अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि मा. मुख्यमंत्री की घोषण के अुनसार पर्यावरण मित्रों को 500 रुपये का प्रोत्साहन भत्ता दिया जा रहा था जो कि विगत माह में पालिका द्वारा बंद कर दिया गया। जिसके एरियर देने के सम्बंध में सदन में रखा गया। जिस पर बोर्ड के सदस्यों द्वारा पूर्ण बहुमत से एरियर भुगतान करने का प्रस्ताव पास किया गया। अधिशासी अधिकारी द्वारा मृत आशू पर्यावरण (मौहल्ला स्वच्छता समिति) की पत्नी रेनू के प्रार्थना पत्र को सदन में रखा गया। जिस पर सभी बोर्ड के सदस्यों द्वारा मृत आशू पर्यावरण की पत्नी को स्वच्छता समिति में रखे जाने पर बोर्ड के सदस्यों द्वारा पूर्ण से प्रस्ताव पास किया गया। सभासद परमजीत सिंह द्वारा सदन में प्रस्ताव रखा गया कि बोर्ड में विकास कार्य सम्बंधित बोर्ड के सभासद की सहमति से कराये जायेें। जिस पर बोर्ड के सभी सदस्यों द्वारा पूर्ण बहुमत से प्रस्ताव पास किया गया। 11 सभासदों के हस्ताक्षर युक्त अनुरोध 21 जुलाई 2023 के 10 बिन्दुओं पर विचार किया गया। जिसमें अधिशासी अधिकारी द्वारा 10 बिन्दुओं को पढ़कर सुनाया गयां। प्रस्ताव 1 खुली बैठक का आयोजन जिस पर पूर्व में ही उपजिलाधिकारी की मध्यस्थता में चर्चा हो चुकी है। जिस पर चर्चा न किये जाने की सहमति सर्व सम्मति से व्यक्त की गयी। प्रस्ताव 2 पर मजिस्ट्रेट की देखरेख में बोर्ड की बैठक करायी जाये जिस पर तहसीलदार की उपस्थिति में बोर्ड की बैठक करायी गयी। प्रस्ताव 3 कर्मचारियों की समस्त मांगों पर एरियर- बोर्ड में कर्मचारियों के किसी भी प्रकार के देयकों का तत्काल भुगतान करने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया। प्रस्ताव 4 में चैयमैन के वित्तीय अधिकार पर चर्चा की गयी। जिसमें सभासद रोहित कुमार वार्ड 7 द्वारा पूर्व बैठक 28-11-2020 में पारित प्रस्ताव संख्या 12(7) के अनुसार समस्त सभासदों द्वारा सदन में एक स्वर से कहा गया कि पालिका क्षेत्रांतर्गत पूर्व बोर्ड स्वीकृति से कराये गये समस्त निर्माण कार्यो के भुगतान तत्काल किये जाये, भुगतान की स्वीकृति के साथ ही भविष्य में कराये जाने वाले विकास कार्यों एवं क्र सामग्री सहित समस्त प्रकार के भुगतान हेतु अध्यक्ष महोदय को पूण्र अधिका प्रदान किये। प्रस्ताव पूर्ण बहुमत से पारित किया गया। जिसको आज दिनांक 26-07-203 की बोर्ड की बैठक में बहुमत के आधार पर निरस्त करते हुए कर्मचारियों के देयक/वेतन को छोड़कर अध्यक्ष को 01 लाख तक का वित्तीय अधिकार दिया गया। विकास कार्यो के भुगतान 01 लाख से अधिक होने पर बोर्ड बैठक में रखने के उपरान्त किया जायेगा। जिससे सर्व सम्मति से पास किया गया। प्रस्ताव 5 में सफाई व्यवस्था पर चर्चा करते हुए सभासद जनैद द्वारा सदन में रखा कि सफाई व्यवस्था हेतु उपनल के माध्यम से ड्राईवर रखने एवं पर्यावरण मित्रों को मौहल्ला स्वच्छता समिति में रखने हेतु जनसंख्या के आधार पर शासन को पत्राचार किया जाये जिस सर्व सम्मति से पारित किया गया।
प्रस्ताव 6 में समस्त निर्माण कार्यो व भुगतान पर चर्चा की गयी। जिसमें सभासदों के निर्माण कार्य सम्बंधित प्रस्तावों पर चर्चा हुई तथा उनके द्वारा दिये गये प्रस्तावों विधिवत सम्मलित कर लिये जाने का प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित किया गया। नगरपालिका के समस्त बिन्दुओं पर चर्चा नगरपालिका हित में की गयी जिसमें सभासदों द्वारा जनहित एवं पालिका हित में चर्चा की गयी। प्रस्ताव 8 में पर्यावरण मित्र स्व. आशू के स्वर्गवास के बाद उनकी धर्मपत्नी को नगरपालिका कार्यालय में रखे जाने सम्बंध में बिन्दु संख्या 02 के अनुसार चर्चा की गयी। प्रस्ताव 9 में पर्यावरण मित्रों के ईएसआई एवं पीएफ फण्ड के विषय में चर्चा सदन में कि कर्मचारियों के किसी भी प्रकार के देयकों का भुगतान/एरियर दिया जाये। प्रस्ताव 10 में जब तक बोर्ड की बैठक न बुलाई जाये तब तक कोई भी भुगतान न किया जाये में एजेण्डा बिन्दु 04 के बिन्दु संख्या 04 के अुनसार सर्व सम्मति से पारित किया गया। बैठक के अन्त मेंअध्यक्ष के आदेशानुसर अधिशासी अधिकारी द्वारा सदन के सम्मुख शिव प्रसाद गुप्ता (निलम्बित कर्मिक) की जांच आख्या प्रस्तुत की गयी। जिस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नियुक्त्ति अधिकारी/दण्डाधिकारी अपने अधिकारों एवं विवेक का प्रयोग करते हुए जांच आख्या को दुष्टिगत रखते हुए बहाली की कार्यवाही कर सकते है। जिस पर सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में सभासद जुनैद, श्रीमती मंजू, ऋषभ कम्बोज, अमरजीत सिंह, परमजीत सिंह, मनोज गुम्बर, रोहित सुदामा, सतीश कुमार, श्रीमती मीनाक्षी, लीना संजीव झाम, श्रीमती विनीता, नामित सदस्य सुरेश खुराना, नामित सदस्य संदीप बत्रा आदि मौजूद थे।
मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी नही बुलाया गया, अन्य पत्रकारों ने किया बहिष्कार
बैठक में भाग के लिए केवल चार पत्रकारों को बैठक में जाने की अनुमति प्रदान की गयी। जिसका सभी पत्रकारों ने विरोध किया। लेकिन बाद में मान्यता प्राप्त पत्रकार एवं गदरपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष ही बैठक में पहुंचे। यहां बता देें के गदरपुर में उत्तराखंड सरकार द्वारा चार पत्रकारों को मान्यता प्राप्त है जिसमें विनोद कुमार, जय किशन अरोरा, जुल्फेकार अली एवं प्रदीप फुटेला। इस पत्रकारों को भी पालिका प्रशासन द्वारा लिखित रुप से बैठक की सूचना तक नहीं दी गयी। इस पर पालिका पर लोकतंत्र पर कुठाराघात बताया है। वहीं इस संबंध में पालिकाध्यक्ष से जानकारी ली गयी तो उनका कहना था कि पालिका द्वारा 4 पत्रकारों को बुलाने की सूची नहीं बनायी गयी थी।