सामुहिक विवाह समारोह में विभिन्न समुदाय के 16 जोड़ें हो गये एक दूजे के लिए -संस्था द्वारा अब तक करीब 500 विवाह करवाये जा चुके है
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। शान शौकत से गरीबों की बारात निकली और 16 जोडे एक दूजे के हो गए और जीवन भर साथ निभाने के लिए सात फेरे भी लिए इस दौरान अतिथियों व आयोजकों ने घराती व बारातियों का जमकर स्वागत किया। सामुहिक विवाह में दहेज में जेवरात घरेलू सामान व वर वधु को आशीर्वाद दिया। गुरुवार को महतोष स्थित बारात घर में सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित किया गया। गरीब परिवार के 16 जोड़ों को परिणय सूत्र में बांधने का निर्णय लिया। महतोष मोड स्थित एक बारात घर में वर पक्ष व कन्या पक्ष के लोग एकत्र हुए दोपहर करीब 12 बजे बैंड बाजों के साथ बारात पहुंची, जहां सामुहिक विवाह कार्यक्रम में 10 जोड़ों ने श्री सनातन धर्म मंदिर के पुजारी पंडित विजय कुमार शास्त्री की मौजूदगी में हिंदू रीति से, एक जोडे को ईसाई रीति रिवाज से सुरेंद्र सागर ने, पांच जोड़ों को गुरुद्वारा श्री हरगोविंद सर नवाबगंज में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की परिक्रमा में बाबा अनूप सिंह की सरपरस्ती में फेरे लिए। उन्होंने एक साथ जीने मरने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अध्यक्ष बलदेव अरोरा ने कहा कि हमारा मकसद निर्धन परिवार के बेटे बेटियों का विवाह कराना है। उनका यह भी कहना था कि अब तक उनकी संस्था द्वारा करीब 500 से अधिक लोगों का विवाह कराया जा चुका है। इस दौरान घराती और बारातियों को संस्था की तरफ से जलपान भी कराया गया। इस मौके पर संयोजक ओम सिंह, जितेंद्र सिंह, किशन लाल बहेड़, नरेंद्र ग्रोवर, गोपाल अरोड़ा, लेखराज तनेजा, विजय सुखीजा, लेखराज तनेजा, चिमनलाल हुड़िया, निधि अरोरा, अंकुर अरोरा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।