एल्डा फाउंडेशन ने छात्राओं में होने वाले शारीरिक बदलाव के प्रति किया जागरूक -डिग्री कालेज में यौन जनित रोगों से बचाव हेतु एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित, माहवारी से अभिशाप नही वरदान, इंसिरेटर व सेनेटरी पेड वेडिंग मशीन लगाई, सर्वाइकल कैंसर से बचाव के बारे मे
विनोद वार्ता संवाद-सूत्र
गदरपुर। एल्डा फाउंडेशन ने राजकीय महाविद्यालय में आयोजित कार्यशाला में छात्राओं को शारीरिक बदलाव के संदर्भ में जानकारी दी तथा कहा कि एक उम्र के पश्चात शरीर मे हार्मोनल परिवर्तन होते हैं इससे घबराने या चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है माहवारी के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है जिससे कोई संक्रमण न हो। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ0 पूजा शाहीन ने कहा कि किशोरावस्था में यह बदलाव होने शुरू हो जाते हैं लेकिन जागरूकता न होने की वजह से बच्चे इस विषय पर खुलकर बात नहीं करते माता पिता भी इन बदलावों को लेकर अपने बच्चों से छिपाते है जिससे बच्चे माहवारी के बारे में अनजान रहते हैं साफ सफाई का ध्यान न रखने से कई बार संक्रमण भी हो जाता है इसलिए इस विषय पर खुलकर बात करनी चाहिए क्योंकि यह कोई अभिशाप नही है यह प्रकृति का एक महिला के लिए वरदान है तो जरूरी है कि अपने माता पिता से इस विषय पर चर्चा करें। फाउंडेशन की लखनऊ अध्यक्ष राजश्री नीरज ने कहा कि बच्चे देश की धरोहर है यही आगे चलकर देश के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता मिशन को लेकर काफी काम कर रही है। संस्था ने डिग्री कालेज में इंसिरेटर व सेनेटरी पेड वेडिंग मशीन निःशुल्क उपलब्ध करवाई है भविष्य में उनकी संस्था और भी अच्छा करने की कोशिश करेगी। इस दौरान बच्चो ने स्वच्छता पर पोस्टर भी बनाए जिसमे सना अंसारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कॉलेज की प्राचार्य शर्मिला सक्सेना ने संस्था का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में तनुजा, अशोक कुमार, अर्चना वर्मा,प्रमोद वर्मा,प्रभजोत कौर, रेनू आदि मौजूद रहे।
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