खाद्य पूर्ति विभाग द्वारा कार्रवाई के बाद भी हौसले बुलंद, शहर में चर्चा -दीवाली पर्व को लेकर पुलिस और खाद्य पूर्ति विभाग कर रही जांच मिष्ठान एवं डेयरी व्यापारियो में मचा हड़कंप
वेद प्रकाश/राजेश कुमार
हरिद्वार। जहां सिंथेटिक दूध, पनीर, दही व मावा बेचने का कारोबार तीर्थ नगरी हरिद्वार में धडल्ले से किया जा रहा है, तो वहीं लोगों की जान के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है। वहीं खाद्य पूर्ति विभाग व पुलिस प्रशासन द्वारा लोगो की जान के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई भी की जा रही है, उसके बावजूद भी सिंथेटिक दूध, पनीर, दही, मावा के साथ साथ शहर में चर्चा है की डेरियों पर भी बेखौफ कारोबार करने वालों के हौसले बुलंद हैं। त्यौहारी सीजन आते ही सिंथेटिक दूध, दही, पनीर व मावा का कारोबार करने वाले धड़ल्ले से कारोबार कर रहे है। जिसको लेकर संबंधित विभाग के साथ साथ पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है, जिसको लेकर छापेमारी कर कार्रवाई कर रही है। शहर में चर्चा है कि शहर की कुछ नामी दुकान और ग्रामीणों में सिंथेटिक का कारोबार धडल्ले से किया जा रहा है, जिसको लेकर संबंधित विभाग कार्यवाही तो कर रहा है पर सिंथेटिक का कारोबार करने वालों के हौसले त्योहारी सीजन आते ही बुलंद हो जाते हैं। वही एक दिन पूर्व में भी खाद्य पूर्ति विभाग की टीम ने हरिद्वार क्षेत्र के सिडकुल में सिंथेटिक का कारोबार करने वालों पर नकेल कसते हुए कार्यवाही की थी, उसके बावजूद भी लगातार सिंथेटिक का कारोबार धडल्ले से किया जा रहा है जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा है की दीवाली जैसे बड़े पर्व पर लाखों रुपए की मिलावटी मिठाई बड़े बड़े नामी दुकानों के काउंटरों में सजाई जाती हैं, जिस पर ग्राहक भरोसा कर बड़े शौक से खरीद लेते हैं, आखरि ऐसे मिलावट खोरो को विभाग का कोई डर नहीं रहा, वहीं शहर में चर्चा बनी रहती है कि ऐसी बड़े पैमाने पर मिठाई बनाने वालों पर विभाग जांच करे तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। वही दूसरी ओर आज श्यामपुर पुलिस एवं फूड सेफ्टी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली से आने वाले सभी दूध और पनीर और अन्य सामानों से भरे हुए वाहनों को चेक किया गया। जानकारी के मुताबिक उनमें से करीब ऐसे वाहन जो दूध, मावा पनीर लेकर हरिद्वार आ रहे थे, जिन पर पुलिस और संबंधी विभाग द्वारा 26 लोगों के माल के सैंपल लेकर लैब में भेजा जा गया है। अब आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि किस कदर सिंथेटिक का कारोबार तीर्थ नगरी में धडल्ले से फल फूल रहा है, क्या इसको लेकर संबंधी विभाग कोई बड़ी कार्रवाई कर पाएगा या नहीं यह, तो अब आने वाला वक्त ही बताएगा।